पटना हाई कोर्ट Translator and Translator-cum-proof reader परीक्षा के साक्षात्कार के लिए यहाँ तक पहुँचना अपने आप में बड़ी बात है, किंतु ध्यान रखें कि जब तक आप अंतिम रुप से चयनित नहीं हो जाते है, तब तक रुके नहीं – एक सफल धावक की भाँति अपने गंतब्य तक पहुँचे बिना रुके नहीं, थके नहीं।

कृपया ध्यान दे -

Minimum Qualifying Standard as per Advertisement No. – PHC/01/2024 dated 28th May, 2024

·         40% marks in Written Test

·         40% marks in Computer Proficiency Test

·         30% marks in Interview

यह स्पष्ट है कि साक्षात्कार को 30% का वेटेज प्राप्त है, जो कम नहीं है। अतः, इसकी तैयारी अच्छी तरह से करें। निम्नलिखित कुछ महत्त्वपूर्ण बातों पर ध्यान अवश्य दें -

1. दोनों भाषाओं (हिंदी और अंग्रेज़ी) में पूर्ण महारत रखें

·         हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों की व्याकरण, शब्दावली, और न्यायिक भाषा का गहरा ज्ञान आवश्यक है।

·         न्यायालयीन शब्दों का अर्थ और सही अनुवाद सीखें।

2. विधिक शब्दावली का गहन अध्ययन करें

·         IPC, CrPC, CPC, भारतीय संविधान और अन्य कानूनों की मुख्य धाराओं और शब्दों को समझें।

·         कानूनी शब्दकोश और न्यायिक फैसलों से तकनीकि बातों को सीखें। आनंदम् ट्यूटोरियल्स द्वारा दिए गए नोट्स अवश्य पढ़ें।

3. न्यायालयीन आदेशों और दस्तावेज़ों का अभ्यास करें

·         पुराने न्यायालयीन आदेश, समन, गिरफ्तारी वारंट, याचिका आदि के उदाहरण पढ़ें और उनका अनुवाद अभ्यास करें।

·         अनुवाद में शुद्धता और औपचारिकता बनाए रखें।

4. पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र और मॉडल टेस्ट हल करें। (इ-बुक में उपलब्ध है।)

ध्यान दें कि आपकी परीक्षा में निम्नलिखित खंडों से प्रश्न पूछे गए थे –

·         अंग्रेजी भाषा ज्ञान

·         हिन्दी भाषा ज्ञान

·         सामान्य ज्ञान

·         विवरणात्मक अनुवाद – हिन्दी से अंग्रेजी और अंग्रेजी से हिंन्दी

·         कम्प्यूटर ज्ञान

·         विधिक शब्दावली

उपर्युक्त सभी तरह का ज्ञान अपरिहार्य है।

10. उपर्युक्त सभी पर अच्छी तरह से तैयारी कर लेने के पश्चात् स्वयं को साक्षात्कार के लिए तैयार रखें। साक्षात्कार में प्रश्न हिन्दी और अंग्रेजी दोनो में पूछे जा सकते है।

साक्षात्कार के लिए विशेष सुझाव -

1. औपचारिकता (Formality)

·         न्यायालयीन भाषा में हमेशा औपचारिक और शिष्टाचारपूर्ण भाषा का प्रयोग करें।

·         अनौपचारिक या दोहराव वाली भाषा से बचें।

·         उदाहरण: अभियुक्त का प्रयोग करें, वह आदमी नहीं। अर्थात् प्रयास करें कि जहाँ उचित हो वहाँ विधिक शब्दों का प्रयोग करें।

2. स्पष्टता और संक्षिप्तता (Clarity and Conciseness)

·         आपसे किसी विधिक वाक्यों का अनुवाद भी पूछा जा सकता है। अपने वाक्यों को सरल और स्पष्ट रखें ताकि अर्थ में कोई भ्रम न हो।

·         अनावश्यक लंबी व्याख्या या दोहराव से बचें।

उदाहरण:

अभियुक्त को दोषी पाया गया कहे न कि अभियुक्त को अदालत ने सजा सुनाई क्योंकि वह दोषी था।

आरोपी ने दावा किया कहे न कि आरोपी ने झूठ बोला।

"पुलिस ने आरोपी को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया।" कहे न कि "पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया क्योंकि उसने चोरी की।"

3. तकनीकी और कानूनी शब्दावली (Legal Terminology)

·         कानूनी शब्दों और धाराओं का सटीक और उचित प्रयोग करें।

सामान्य शब्दों के स्थान पर वैध शब्दावली अपनाएं, जैसे अभियोजन पक्ष, प्रतिवादी, फैसला आदि।

_______

Follow link for 360-degree Interview preparation for the PHC Translator and Translator-cum-proof reader exam. Click here