”जब हम किसी लम्बी-चौड़ी बातों को थोड़े में या संक्षेप में कहते है तो यही संक्षेप में कही गई बात संक्षेपण कहलाती है। इसमें अप्रासांगिक, असम्बद्ध एवं अनावश्यक बातों को प्रयोग न कर आवश्यक बातों को अपने तरीके से कहा जाता है। यह मूल लेख का एक तिहाई होता है।”
निम्नलिखित अनुच्छेद का संक्षेपण करें-
भारतीय बीमा उद्योग देश के आर्थिक विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह वित्तीय सुरक्षा के स्तंभ के रूप में कार्य करता है, जोखिमों को कम करता है, बचत बढ़ाता है, और प्रमुख क्षेत्रों में निवेश करता है। बीमा लोगों और व्यवसायों के लिए एक सुरक्षा आवरण प्रदान करता है, जो उन्हें बीमारी, दुर्घटनाओं, संपत्ति की क्षति या व्यावसायिक व्यवधानों जैसी अप्रत्याशित घटनाओं के कारण वित्तीय नुकसान से बचाता है। यह अनिश्चितता को कम करता है और जोखिम लेने, निवेश और उद्यमशीलता उद्यमों को प्रोत्साहित करने को बढ़ावा देता है। कंपनियों द्वारा एकत्र किए गए बीमा प्रीमियम दीर्घकालिक बचत के एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में कार्य करते हैं। इन फंडों को बुनियादी ढांचे के विकास, पूंजी बाजार और अन्य उत्पादक क्षेत्रों में लगाया जाता है, जिससे आर्थिक गतिविधि और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलता है। जीवन बीमा योजनाएं कमाने वाले की मृत्यु के मामले में परिवारों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं, वित्तीय स्थिरता और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं। इसके अतिरिक्त, माइक्रो बीमा उत्पाद कम आय वाली आबादी की जरूरतों को पूरा करते हैं, वित्तीय समावेशन और गरीबी उन्मूलन को बढ़ावा देते हैं।
शब्द – 187
उत्तर-
शिर्षक – बीमा कंपनियों का सामाजिक और आर्थिक योगदान
बीमा बीमित व्यक्तियों, व्यवसायों, उद्योगों ईत्यादि को वित्तीय सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करता है। माइक्रो बीमा कम आय वाले लोगों में बचत के लिए प्रेरित कर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देता है। यह एकत्रित बीमित राशि को देश की बुनियादी ढाँचों में निवेश करके गरीबी निवारण करता है और इस तरह देश की आर्थिक प्रगति में योगदान करता है।
शब्द – 66